अलविदा उन लम्हों को जिसने तुम्हेँ कमजोर बनाया ,
अलविदा उस पल को जिसने सामनेवाले को आसक्त बनाया |
अलविदा उन शब्दों को जिसमें छिपी हुई है अनजान कमजोरी,
अलविदा है ऐसे भावोद्गार को जो पढ़ी न जा सकी इस निर्मल मन से ||
अभिनंदन है प्रत्येक उस क्षण का जिसमें जगी है उत्तमता की राह,
अभिनंदन है प्रत्येक उस क्षण का जिसने अपनाया दीर्घपंथी राह |
अभिनंदन है प्रत्येक उन शब्दों का जिसमें छिपे हुए हैं सामुद्रिक भाव ,
अभिनंदन है ऐसे भावोद्गारों का जिसने जगाया है दूरदर्शी एहसास ||
अलविदा -अभिनंदन से भी हट कर हो हमारे शब्द और विचार ,
जिसमें छिपे हुए हों असंभव को भी संभव में कर दिखानेवाले राह |
बन सकें आओ हमसब मिलकर नवीनतम भारतीयता की पहचान ,
हम क्या हैं,क्या बन गए, क्या हमें हैं बनना के भाव को है उकसाना ||
अलविदा उस पल को जिसने सामनेवाले को आसक्त बनाया |
अलविदा उन शब्दों को जिसमें छिपी हुई है अनजान कमजोरी,
अलविदा है ऐसे भावोद्गार को जो पढ़ी न जा सकी इस निर्मल मन से ||
अभिनंदन है प्रत्येक उस क्षण का जिसमें जगी है उत्तमता की राह,
अभिनंदन है प्रत्येक उस क्षण का जिसने अपनाया दीर्घपंथी राह |
अभिनंदन है प्रत्येक उन शब्दों का जिसमें छिपे हुए हैं सामुद्रिक भाव ,
अभिनंदन है ऐसे भावोद्गारों का जिसने जगाया है दूरदर्शी एहसास ||
अलविदा -अभिनंदन से भी हट कर हो हमारे शब्द और विचार ,
जिसमें छिपे हुए हों असंभव को भी संभव में कर दिखानेवाले राह |
बन सकें आओ हमसब मिलकर नवीनतम भारतीयता की पहचान ,
हम क्या हैं,क्या बन गए, क्या हमें हैं बनना के भाव को है उकसाना ||
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