एक ऐसा नाम जो आज किसी यश और कीर्ति का मोहताज नहीं है लेकिन बात जब अपने राजधानी पर बन आई तो कूद पड़ी हैं उसे उसकी यश और गाथा कि उत्कृष्ठता को दिलाने के लिए बस अब बारी जनता कि है कि वो कितना लाभ उठा पाते हैं | आज भी कार्य और अपने चुने हुए राज्य के लिए जितनी तत्परता और जूनून दीखता है फिलहाल किसी के पास नहीं | एक ऐसी महिला जिनमें चापलूसी नहीं है, दिखती है तो बगावती सोच को अलग-थलग करने कि ललक | अपने देश कि राजधानी कि गरिमा को चार चाँद लगाने कि प्रतिभा किसी में है तो वे एकमात्र इनमें ही दिखती है | उन्हें पता है भारत अब वैश्वीकरण की तरफ बढ़ता हुआ प्रतीत हो रहा है जिसमें दिल्ली की भूमिका सर्वोपरी है |
एक ऐसी नारी जसने जोड़ना ,लड़ना और अपनी तत्परता से उसपर सफल होना जाना है जाना है | उनके अन्दर कार्य को पूजा की तरह लेते हुए अपने देश को देना जाना है ये देश के नागरिक पर निर्भर करता है उनसे कितना लाभान्वित हो पाता है |
एक ऐसी नारी जसने जोड़ना ,लड़ना और अपनी तत्परता से उसपर सफल होना जाना है जाना है | उनके अन्दर कार्य को पूजा की तरह लेते हुए अपने देश को देना जाना है ये देश के नागरिक पर निर्भर करता है उनसे कितना लाभान्वित हो पाता है |
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