जनता इसलिए भगवान् होती है क्यूँकि उसमें सभी का समावेश होता है | जिसमें हम भारतीय संवेदनशीलता कि आगोश में अपनी बुद्धि को तिलांजली दे देते हैं | दिल्ली कि जनता से मैं एक भारतीय नागरिक होने के नाते अनुनय विनय करती हूँ फिर किसी भावावेश का शिकार मत होना | एक बात याद रखना हर बात में शक और सुबहा एक घर को रसातल में पहुंचा सकता है तो वो तो हमारी राजधानी है | इसकी चिंता इसलिए है क्यूँकि इस पर सारा विश्व नजर गडाए बैठा है | यदि दिल्ली कमजोर हुई तो हम सभी भारतीय कमजोर प्रतीत होंगे | जबकि हम हैं नहीं | काम करने उत्तमता और सकारात्मकता से भरी हुई तथा चाणक्य नीतियों को तरजीह देने वाली पद्धतियों में ही हम आगे बढ़ सकते हैं केवल हम यह सोचकर बैठ जाएँ कि सभी बेईमान हैं सब शक और सुबहा पहिला कर केवल हमारे पास उत्तमता है वो सरकार के क्रियान्वयन में बाधा और अडचनों के सिवाय कुछ नहीं दे सकते |
आप इतने भी भोला मत बनना यद् रखना हर बात में गलती निकालने वाले और सबको गलत साबित करने वाले खुद मह्त्वकांछा के शिकार हैं | अरे बाबा कुछ कर के दिखावो फिर किसी को गलत कहो |
कृपया हमारी दिल्ली को बचाना हम सभी भारतीयों का कर्तव्य है | ऐसी सरकार चुनना जिसमें स्थायित्व हो , काम करने का जूनून हो और सरलता भी हो नकि केवल बगावत हो |
(यह एक साहित्यिक समीक्षा है |यही नहीं सबसे पहले एक भरतीय नागरिक होने के नाते कर्तव्य भी |)
आप इतने भी भोला मत बनना यद् रखना हर बात में गलती निकालने वाले और सबको गलत साबित करने वाले खुद मह्त्वकांछा के शिकार हैं | अरे बाबा कुछ कर के दिखावो फिर किसी को गलत कहो |
कृपया हमारी दिल्ली को बचाना हम सभी भारतीयों का कर्तव्य है | ऐसी सरकार चुनना जिसमें स्थायित्व हो , काम करने का जूनून हो और सरलता भी हो नकि केवल बगावत हो |
(यह एक साहित्यिक समीक्षा है |यही नहीं सबसे पहले एक भरतीय नागरिक होने के नाते कर्तव्य भी |)
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