अनुसंधान की गहराइयाँ सामुद्रिक गहराइयों से भी ज्यादा होती है तभी हम
उस विषय की सूक्ष्मता के तहत मौलिकता को प्राप्त कर सकते हैं | यही नहीं शोधकर्ता
की प्राथमिकता होती है गहनता के साथ चिंतन और मनन की परिपूर्णता को स्पर्श करते
हुए शोध-विषय के क्षेत्र में निजता के तहत अपनी अभिव्यक्ति को सम्पादित करना | शोध
जहाँ विषय-क्षेत्र को विस्तार प्रदान करता है वहीं साहित्य जीवन और
सांस्कृतिक-अवधारणाओं से हमारा साक्षात्कार करवाता है | यही नहीं जीवन और समाज का
कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है जो साहित्य में समाहित न हुआ हो | एक तरह से यदि यह
कहा जाये कि भावना और संवेदनाओं के तहत जहाँ साहित्य हमारे अंतरतम को झंकृत करता
है वहीं इसकी बौधिकता शोध की बोधगम्यता को विस्तार प्रदान कर पाने में सक्षमता
प्रदान करती है | अनुसंधान का एक निर्धारित लक्ष्य होता है जिसमें अनुसंधानकर्ता
उसका पीछा करता हुआ मौलिकता के अंतर्गत् निष्कर्ष के तहत परिणाम को प्रतिरूप
प्रदान करता है | साहित्य सृजनात्मकता का भंडार होता है जहाँ अनुसंधानकर्ता चिंतन
को माध्यम बना गोताखोर की भाँती साहित्यिक माणिक्यता को चुनकर धैर्य रूपी औजार से
तराशते हुए निर्धारित विषय-क्षेत्र को भिन्न-भिन्न तथ्यों के अंतर्गत्
विश्लेषणात्मक और गुणात्मक शोध-सिद्धांतों की प्रमाणिकता को पाठक के समक्ष प्रेषित
करता है |
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