जब मन उदास हो और तुम्हारी मानसिकता के साथ किसी अन्य का न मिलान हो ,
जा बैठती हूँ उस आईने के सामने जिसने तुम्हे स्वीकारा है तुम्हारी उसी हाल पर |
अरे ! ये क्या हुआ आज आँखों में छलकते आँसू क्यूँ झलक रहे हैं क्या कहना चाहते हैं ,
मानों छलक कर मुझसे कह रहे हों ये मेरी कमजोरी नहीं मेरी शक्ति है जो यूँ ही मुझे बहलाते हैं |
फिर अनायास मुझे आभाष हुआ कि ये तुम्हे बहलाते नहीं तुम्हारी कमजोरी को दिखाते हैं ,
ये छलकते आँसू बदल जाती है एक मुस्कान में जो आभाष कराती है हमारी पहचान को |
फिर भी छलकने दो इन आँसूओं को कभी-कभी छलकने से भी तुम्हे एक ताकत मिलेगी ,
यह ध्यान देना जब भी ये छलकना चाहें वो तो ठीक है कभी भी इन्हें अश्रुधार में न बहने देना |
अब तुम इतनी भी नादान नहीं हो कि कारणों को न तलाश सको जो बदल देंगे तुम्हारे छलकते आँसूओं को,
ख़ुशी और उत्साह के कारण भी छलक जाते हैं ये आँसू अतः छलकते आँसूओं को मत रोको छलक जाने दो |
जा बैठती हूँ उस आईने के सामने जिसने तुम्हे स्वीकारा है तुम्हारी उसी हाल पर |
अरे ! ये क्या हुआ आज आँखों में छलकते आँसू क्यूँ झलक रहे हैं क्या कहना चाहते हैं ,
मानों छलक कर मुझसे कह रहे हों ये मेरी कमजोरी नहीं मेरी शक्ति है जो यूँ ही मुझे बहलाते हैं |
फिर अनायास मुझे आभाष हुआ कि ये तुम्हे बहलाते नहीं तुम्हारी कमजोरी को दिखाते हैं ,
ये छलकते आँसू बदल जाती है एक मुस्कान में जो आभाष कराती है हमारी पहचान को |
फिर भी छलकने दो इन आँसूओं को कभी-कभी छलकने से भी तुम्हे एक ताकत मिलेगी ,
यह ध्यान देना जब भी ये छलकना चाहें वो तो ठीक है कभी भी इन्हें अश्रुधार में न बहने देना |
अब तुम इतनी भी नादान नहीं हो कि कारणों को न तलाश सको जो बदल देंगे तुम्हारे छलकते आँसूओं को,
ख़ुशी और उत्साह के कारण भी छलक जाते हैं ये आँसू अतः छलकते आँसूओं को मत रोको छलक जाने दो |
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